सन्त कबीर नगर { बेलहर कला } बहुउद्देशीय ग्रामीण अंचलो मे बना आंगनबाड़ी केन्द्र निजी हाथो का होकर रह गया है इसका उपयोग कही बेघर परिवार कर रहा है तो कही दूर से मजदूरी करने आया मजदूर कर रहा है । जिसका जीता जागता उदाहरण विकास खण्ड बेलहर कला का ग्राम पंचायत कैथवलिया है जहां मे बना आंगनबाड़ी केन्द्र ग्राम प्रधान का मिल्कियत बनकर रह गया है ग्राम प्रधान अपने निजी लाभ को देखते हुए अपने इंटरलाकिंग व्यवसाय मे काम कर रहे मजदूरो को बसा रखा है । आंगनबाड़ी केन्द्र के कुछ ही दूरी पर ग्राम प्रधान का निजी इंटरलाकिंग का व्यवसाय है जहां दूर से आये मजदूर काम करते है । सूत्रो की माने तो आंगनबाड़ी केन्द्र के निजी प्रयोग की जानकारी होने पर विधायक द्वारा मना किया गया था । बावजूद ग्राम प्रधान अपना निज हित साधने मे लगे हुए है उनके ऊपर न तो विधायक जी के बात का असर है न तो आंगनबाड़ी के उस महत्ता का भान है जो गांव मे बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल करता है । इन्हे इस बात का भी ख्याल नही है कि यह सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली का एक हिस्सा है यह मूल स्वास्थ्य देखभाल गतिविधियो मे गर्भनिरोधक परामर्श और आपूर्ति पोषण शिक्षा आदि मे विशेष भूमिका निभाता है ।
मजदूरो का आशियाना बना आंगनबाड़ी भवन